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आज इतनी चुपचाप और उदास क्यों हो ?↠👩
आज से पहले तो तुम ऐसी न थीं,
फिर आज क्यों हो ?
क्या किसी से दिल लगा बैठे हो तो उदास क्यों हो ?
तोड़ा है किसी ने दिल तुम्हारा तो परेशान क्यों हों ?
बहुत है चाहने वाले तुम्हें दुनिया में,
इस तरह खामोश क्यों हो ?
कोई और होगा अच्छा किस्मत में तुम्हारी
फिर इतनी गम में डूबी क्यों हो ?
उसे क्या पता तुम क्या हो,
तुम उसके लिये इतनी बैचेन क्यों हो ?
जिसे नहीं फिक्र तुम्हारी, उसे इतना चाहती क्यों हो ?
आज इतनी चुपचाप और उदास क्यों हो ? ↠👩
आज से पहले तो तुम ऐसी न थीं,
फिर आज क्यों हो ?
आज इतनी चुपचाप और उदास क्यों हो ?↠👩
आज से पहले तो तुम ऐसी न थीं,
फिर आज क्यों हो ?
क्या किसी से दिल लगा बैठे हो तो उदास क्यों हो ?
तोड़ा है किसी ने दिल तुम्हारा तो परेशान क्यों हों ?
बहुत है चाहने वाले तुम्हें दुनिया में,
इस तरह खामोश क्यों हो ?
कोई और होगा अच्छा किस्मत में तुम्हारी
फिर इतनी गम में डूबी क्यों हो ?
उसे क्या पता तुम क्या हो,
तुम उसके लिये इतनी बैचेन क्यों हो ?
जिसे नहीं फिक्र तुम्हारी, उसे इतना चाहती क्यों हो ?
आज इतनी चुपचाप और उदास क्यों हो ? ↠👩
आज से पहले तो तुम ऐसी न थीं,
फिर आज क्यों हो ?
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