Wednesday, 2 August 2017

Hum Wo Nahi Jo Matlab





हम वो नही जो मतलब से याद करते है, 
हम वो है जो दिल से दोस्ती करते है, 
तुम्हारा पैगाम आये या ना आये, 
पर हम हर पल याद करते है| 

Hum Wo Nahi Jo Matlab Se Yaad Karte Hai,
Hum Wo Hai Jo Dil Se Dosti karte Hai
Tumhara Paigaam Aaye Ya Na AAye
Par Hum Har Pal Yaad karte Hai ...


कुछ रिश्ते खुदा बनाता है,कुछ रिश्ते हम लोग बनाते है, 
कुछ लोग बिना रिश्ते के रिश्ता निभाते है, 
वही लोग शायद दोस्त कहलाते है| 

Kuch Rishte Khuda Banata Hai, Kuch Rishte Ham Log Banate Hai
Kuch Log Bina Rishte ke Rishta Nibhate Hai,
Wahi Log Shayad Dost Kahlate Hai


रिश्ते तो सभी अनमोल होते है, 
पर इसे अहमियत कुछ अच्छे लोग देते है, 
दोस्त तो सभी को देता है खुदा, 
पर इसमें जगह आप जैसे दोस्त ही लेते है |

Rishte to Sabhi Anmol Hote hai
Par ise Ahmiyat Kuch Acche Log Dete Hai
Dost to Sabhi Ko Deta Hai Khuda
Par Isme Jagah Aap jaise Dost He lete hai.


दोस्ती हर इंसानों को आजमाती है, 
किसी से रूठ जाती है और किसी पे मुस्कराती है, 
दोस्ती रिश्ता ही ऐसा है,किसी को कुछ दे जाती है तो, 
किसी का सबकुछ ले जाती है |

Dosti har Inshano Ko Aajmaati hai
Kisi Se Ruth Jati Hai aur Kisi pe Muskurati hai
Dosti Rishta Hi Aisa Hai, Kisi Ko Sab Kush De Jati hai To
Kisi ka Sab Kush Le Jati hai.

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