Thursday, 17 August 2017

Ashk Mere Kyun Bahte hain


अश्क मेरे क्यूँ बहते हैं? क्यूँ रोना हमारा होता है
कोई बता दे मुझको यार, ये दिल क्यूँ दीवाना होता है?
आँखें सूजी सूजी रहतीं हैं,एहसास भी खोया खोया है
ये कैसा सितम है मेरे संग, ऐसा क्यूँ होता है ||



Ashk Mere Kyun Bahte hain? Kyun Rona Hamara Hota Hai
Koi Bata de Mujhko Yaar, ye Dil kyun Deewana Hota Hai?
Aankhen suji suji rahtin hain,Ehsaas bhi Khoya Khoya hai
Ye kaisa Sitam hai mere sang, Aisa kyun  Hota Hai ||

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